Monday, December 14, 2015

भारतीय मुसलमानों से मेरा प्रश्न -
        जावेद अहमद घमीदी जो पाकिस्तान के एक विद्वान हैं ने बताया है कि आतंकवाद जो मुसलमानों द्वारा फैलाया जा रहा है उसका कारण ये मदरसों में पढ़ाया जा रही चार बाते हैं । पहली दुनिया में अगर कहीं शि‍र्क हो या कुफ्र हो या इख्ति‍हाद हो (apostacy) यादि कोई शख्स इस्लाम छोड दे तो उस सजा मौत होगी और ये सजा हमें नाफिज करने का हक है । दूसरी बात ये सिखाई जाती है कि दुनिया में गैर मुस्ल‍िम सिर्फ महकूम करने लिए पैदा किए गए हैं मुसलमानों के सिवा किसी को दुनिया पर हकूमत करने का हम नहीं है । गैर मुसलमानों की हर हकूमत एक नाजायज हकूमत है जब हमारे पास ताकत होगी हम उसे समाप्त कर देंगे । तीसरी चीज  है कि मुसलमानों की एक ही हकूमत होनी चाहिए जिसे खि‍लाफत कहते है। चौथी चीज कौमी रियासत एक कुफ्र है इसकी कोई जगह इस्लाम नहीं है । ये मुसलमानों के मदरसों में पढायी जाने वाली चार चीजें जो हर मदरसे में पढ़ायी जाती हैं । जब तक ये चीजे हमारे मदरसों में पढ़ायी जाती रहेगीं आतंकवादी पैदा होते रहेंगें । और ये लोग दुनिया को जहन्नम बना देंगे । 
     मेरा भारत के मुसलमानों से प्रश्न है कि क्या भारत के मदरसों में भी यही शि‍क्षा दी जाती है यदि हां तो वे तो इसे तुरंत बंद करे अन्यथा दंगों से बचा नहीं जा सकता । मेरी भारत सरकार से भी मांग है कि वे जांच कमिशन का गठन करे जो यह जांच कर बताए कि भारत के मदरसों में छोटे बच्चों को क्या पढ़ाया जा रहा है  ?