Saturday, July 23, 2016

तीन तलाक से मुक्ति का समय !



                                                          Email : sgsgurgaon15@gmail.com

पत्रांक-919-922                                          दिनांक-15/o07/2016

सेवा में,
श्रीमती मेनका गाँधी जी,
माननीया महिला एवं बाल विकास मंत्री,
भारत सरकार,
शास्त्री भवन, नई दिल्ली-110001

विषय :- तीन तलाक से मुक्ति का समय !    
संदर्भ :- दैनिक जागरण, गुरुग्राम, दिनांक-07/05/2016 
महोदया,
      
     आपकी सेवा में दैनिक जागरण में छपे लेख की छाया प्रति भेजी जा रही है ! वाशिंगटन स्थित मिडिल ईस्ट मीडिया रिसर्च इंस्टिट्यूट के निदेशक श्री तुफैल अहमद ने तार्किक ढंग से मुस्लिम महिलाओं पर तीन तलाक बोलकर उनके परित्याग की जो तलवार लटकी हुई है, सिद्ध किया है कि यह अमानवीय और अन्यायपूर्ण है ! यह मुस्लिम परिवारों के हित में भी नहीं है ! इसके कारण उनके परिवार उजड़ जाते हैं और बच्चे अनाथ हो जाते हैं, इसलिए इस प्रथा को तत्काल निरस्त करना आवश्यक है !
कमाल की बात है कि हिंदुस्थान देश में मुसलमान प्रथम दर्जे के नागरिक हैं, असंख्य सुविधाओं और आर्थिक प्रलोभनों के पिटारे उनके लिए खुले हुए है, जेहादी मुसलमान देश के बड़े भू-भाग में हिन्दू लडकियों को बहला-फुसला कर, उनका मूर्ख बनाकर उनके शारीरिक शोषण में जुटे होने की असंख्य घटनाएँ निरंतर समाचार पत्रों में प्रकाशित होती हैं ! कुछ लोग हिन्दुओं को मूर्ख कह सकते हैं, क्योंकि वे अपनी लडकियों को सुरक्षित नहीं रख सकते ! विचारणीय है कि ऐसी स्थिति में हिंदुस्थान की दुर्बल, इच्छाशक्ति रहित सरकार इतना भी नहीं कर सकती कि कम-से-कम लगभग 10 करोड़ मुस्लिम माताओं,

बहनों, बेटियों को इस अमानवीय संत्रास से मुक्त कर सके ! विश्वास है कि आप                                                               
   इस पर शीघ्र कार्रवाई कराने में सफल होंगी ! सादर,





                                                              भवदीय,

                                                   (डॉ. महेश चन्द्र गुप्त)
                                                     मुख्य परामर्शदाता
                                                                   


    प्रतिलिपि :-

1.       डॉक्टर प्रवीण भाई तोगड़िया जी, कार्याध्यक्ष, विश्व हिन्दू परिषद्, संकटमोचन आश्रम,
सेक्टर-6, रामकृष्णपुरम्, नई दिल्ली-110022
2.       श्री दिनेश चन्द्र त्यागी जी, महामंत्री, सांस्कृतिक गौरव संस्थान, संकटमोचन आश्रम,
सेक्टर-6, रामकृष्णपुरम्, नई दिल्ली-110022
3.       श्री चन्द्र प्रकाश कौशिक जी, अध्यक्ष हिन्दू महासभा,हिन्दू महासभा भवन, मंदिर मार्ग,
नई दिल्ली-110001

जिहादी जुनून की जड़ !



                                                          Email : sgsgurgaon15@gmail.com

पत्रांक-928-931                                          दिनांक-15/o07/2016

सेवा में,
श्री राजनाथ सिंह जी,
माननीय गृह मंत्री,
भारत सरकार,
नॉर्थ ब्लॉक, नई दिल्ली-110001

विषय :- जिहादी जुनून की जड़ !     
संदर्भ :- दैनिक जागरण, गुरुग्राम, दिनांक-11/07/2016
महोदय,
          आपकी सेवा में दैनिक जागरण में छपे लेख की छाया प्रति भेजी जा रही है ! विद्वान् लेखक श्री एस. शंकर ने बड़ी तर्कयुक्त शैली में यह सिद्ध किया है कि आतंकवादियों का कोई धर्म भले ही न हो परन्तु मजहब अवश्य होता है और वह है इस्लामी जिहाद ! वस्तुतः यह ध्यान देना आवश्यक है कि इस्लाम कोई धर्म नहीं है, बल्कि मजहब है ! यह बात दुनिया के सभी मुसलमान कहेंगे ! हिन्दुस्थान में हम इतने अनाड़ी हैं कि धर्म और मजहब के अंतर को नहीं समझते ! धर्म का अर्थ है ब्रह्मांड का शाश्वत कानून (इटर्नल लॉ ऑफ़ यूनिवर्स) !
कांग्रेसियों कि तर्ज पर भाजपा के नेतागण भी यही राग अलापने लगे हैं कि आतंकियों का कोई धर्म नहीं होता ! रोचक बात यह है कि आतंकवादी जेहादी बार-बार अपने कारनामों का कारण मजहबी आदेश बता रहे है ! श्री शंकर ने अपने लेख में यह ठीक लिखा है कि इस तथ्य से नजर चुराना आतंकवाद को बढ़ावा देना ही है ! कृपया यह सुनिश्चित कर लेने का कष्ट करें कि –
    क्या हिन्दुस्थान की सरकार की आतंकवाद को, विशेषतः कश्मीर घाटी में फैले और बढ़ रहे जेहादी आतंकवाद को और जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय में जड़ जमा रहे आतंकवाद को मिटाने की कोई 5 वर्षीय, 10 वर्षीय, 20 वर्षीय, 50 वर्षीय   नीति है या नहीं अथवा अंधेरे में तीर चलाए जा रहे हैं, क्या जहां उपद्रव है वहां मरहम लगाओ, उससे आँख चुराने की कोशिश करो, यही 70 वर्षीय परिपाटी चलती रहेगी ! इस संबंध में  की गई कार्रवाई की जानकारी भिजवाने का कष्ट करें ! सादर,        


                                                              भवदीय,

                                                   (डॉ. महेश चन्द्र गुप्त)
                                                     मुख्य परामर्शदाता
                                                                   
    प्रतिलिपि :-

1.       माननीय श्री मोहन राव जी भागवत, पूज्य सर संघचालक, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ,
 हेडगेवार भवन, महाल, नागपुर
2.       श्री चन्द्र प्रकाश कौशिक जी, अध्यक्ष हिन्दू महासभा,हिन्दू महासभा भवन, मंदिर मार्ग,
नई दिल्ली-110001
3.       श्री दिनेश चन्द्र त्यागी जी, महामंत्री, सांस्कृतिक गौरव संस्थान, संकटमोचन आश्रम,
 सेक्टर-6, रामकृष्णपुरम्, नई दिल्ली-110022


     


 
 

ओवैसी और जाकिर की चुनौती !



पत्रांक-937-942                                                                     दिनांक-19/o07/2016

सेवा में,
श्री राजनाथ सिंह जी,
माननीय गृह मंत्री,
भारत सरकार,
नॉर्थ ब्लॉक, नई दिल्ली-110001

विषय :- ओवैसी और जाकिर की चुनौती ! 
संदर्भ :- दैनिक जागरण, गुरुग्राम, दिनांक-19 जुलाई, 2016
महोदय,
      आपकी सेवा में दैनिक जागरण में छपे लेख की छाया प्रति भेजी जा रही है ! हमारी जानकारी के अनुसार जाकिर नाईक मराठी भाषी हिन्दू नाईक परिवार की उपज है और पिछले लगभग कई दशकों से वह निरंतर कट्टर इस्लाम का प्रचार करता रहा है ! यदि पीस टीवी को छोड़ भी दें तो वह अनेक चैनलों पर प्रकट होता रहा है ! वह प्रभावशाली और जोरदार वक्ता है ! उसके मुकाबले का कोई वक्ता जो हिन्दू धर्म की इतनी जोरदार वकालत कर सके शायद ही कोई होगा ! वैसे भी हिन्दू धर्म एक धर्म है, मजहब नहीं और मजहब ही सिखाता है आपस में बैर करना ! इसलिए संलग्न लेख में ओवैसी और जाकिर का गठबंधन हो गया बताया गया है और हिन्दुस्थान में जाकिर के समर्थकों की और उनकी पैरवी करने वालों की संख्या बढने का उल्लेख किया गया है, क्योंकि –
1.       सरकार उसके खिलाफ कोई कारगर कार्रवाई करने में समर्थ नहीं है !
2.       वैसे भी वर्तमान भारत सरकार की आंतरिक सुरक्षा के मामले में कोई साख/इक्बाल नहीं है !
3.       जेहादी आतंकवादी देश में पिछली कांग्रेसी सरकारों के शासन की तरह मजे में हैं और हिन्दुस्थान में मस्ती मार रहे हैं ! यदि जेलों में भी होते हैं तो ठाठ से खाते-पीते हैं और हवाई जहाजों में सरकारी पैसे से घूमते हैं और सैंकड़ों सैनिकों की सुरक्षा में उसी तरह से रहते हैं जैसे किसी देश का राष्ट्रपति या प्रधानमंत्री हो !
यह आश्चर्य की बात है कि हिन्दुस्थान की सरकार इतनी मजबूत है कि कट्टर जेहादी और मुल्ला-मौलवियों और अलगाववादियों के कारनामों और वचनों का विरोध करने वाले डॉ. प्रवीण भाई तोगडिया, साध्वी प्राची, साक्षी महाराज और योगी जी का बचाव करने से 
कन्नी काटती है !
      निवेदन है कि कृपया कुछ दृढ़ता बरतें और आचार्य रामचन्द्र शुक्ल के चिंतामणि
      में लिखे वाक्य को सदा सामने रखें !
      वह आदमी भी क्या जिसे लोग हथेली पर रसगुल्ले की तरह रखकर निगल जाएं !
      यह बात सरकार के संबंध में भी उतनी ही लागू होती है ! सादर, 


                                                              भवदीय,

                                                   (डॉ. महेश चन्द्र गुप्त)
                                                     मुख्य परामर्शदाता
 
       प्रतिलिपि :-
1.       माननीय श्री मोहन राव जी भागवत, पूज्य सर संघचालक, राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ,
हेडगेवार भवन, महाल, नागपुर
2.       डॉक्टर प्रवीण भाई तोगड़िया जी, कार्याध्यक्ष, विश्व हिन्दू परिषद्, संकटमोचन आश्रम,
सेक्टर-6, रामकृष्णपुरम्, नई दिल्ली-110022
3.       श्री प्रफुल्ल गोरडिया जी, महासचिव, भारतीय जनसंघ, 145, सुंदर नगर, नई दिल्ली
4.       लेफ्टिनेंट जनरल निरंजन सिंह मलिक जी, 1382, अरुण विहार, सेक्टर-37,
नोएडा-201303   
5.       श्री राजीव सचान जी, सहायक संपादक, दैनिक जागरण, एससीओ-40,  सेकेण्ड फ्लोर,
ओल्ड ज्युडिशियल काम्प्लेक्स, सिविल लाइन्स, गुडगाँव